रेल क्षेत्र चरौदा में हुईं कई टन रेल लाईन की चोरी में संलिप्ता किसकी, आरपीएफ के रहते कैसे हुई इतनी बड़ी चोरी?

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भिलाई चरोदा (जनमत)। चरौदा रेल क्षेत्र के आरपीएफ थाना अंतर्गत जी केबिन के पास से रेल लाईन की चोरी का एक मामला सामने आया था बताया जा रहा है की वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए लाइन बिछाने के लिए कई सौ टन रेल पांत रेल लाइन के किनारे रखे हुए थे जिसकी चोरी कर भिलाई छावनी का कबाड़ी अमित गुप्ता और संतोष गोयल ने रायपुर के लोहा गलाने वाली किसी फैक्ट्री को बेचने की खबर सूत्रों से है । बता दे की आरपीएफ पोस्ट चरौदा प्रभारी ने अमित गुप्ता और एक ड्राइवर मक्खी को गिरफ्तार किया था लेकिन अमित गुप्ता के बयान के आधार पर वैशाली नगर के कबाड़ी ललित साहू को भी मामले में आरोपी बनाए जाने की तैयारी थी । सुत्र बताते है की जिस चोरी के मामले में ललित साहू को आरोपी बनाया जा रहा था उस चोरी में कुछ आरपीएफ के भी कर्मचारी संलिप्त थे जिसके चलते मामले को रफा दफा करने के लिए आरपीएफ बिना जांच के ही आरोपी अमित के झूठे बयान के आधार पर ललित साहू को आरोपी बना रही थी । 

मामले  जब ललित साहू और परिजन ने की प्रेस कांफ्रेंस

बता दे की बीते सप्ताह में आरपीएफ जिस ललित साहू को रेल की पटरी के चोरी में आरोपी बना रही थी उसने खुद मीडिया को बयान देते हुए बताया की उसका अमित गुप्ता से किसी भी तरह का कोई लेन देन या बात चीत नही ना ही उसने किसी तरह का कोई रेलवे का लोहा खरीदी किया है यही नहीं ललित साहू के द्वारा उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग करते हुए स्वयं आरपीएफ और रेल्वे के उच्च अधिकारियो को आवेदन पत्र भी भेजा है । यही नहीं ललित साहू की धर्मपत्नी और उनके लड़को ने पत्रकारवार्ता करते हुए बताया था की रेल्वे पुलिस अपने किए गुनाह को छुपाने मामले को किसी तरह से रफा दफा करने के लिए कबाड़ी ललित साहू को फर्जी तरीके से केस बनाकर मामला दबाना चाहती है । वही परिवार ने भी मामले में उच्चाधिकारियों से मदद मांगते हुए निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए चरौदा पोस्ट प्रभारी को हटा कर नए सिरे से जांच की मांग की थी । 

रेल क्षेत्र में हो रही थी चोरी लेकिन आरपीएफ को क्यों नहीं चला पता।

सुत्र बताते है की मामले में आरपीएफ ने सिर्फ़ 18 टन लोहा ही बताया है जबकि गोपनीय खबर है की 142 टन से भी ऊपर का लोहा 2 महीने में कबाड़ी अमित गुप्ता और संतोष गोयल के द्वारा चोरी कर बेचा गया है ।

अमित जिस कबाड़ी गोदाम में रेल लाइन का लोहा रखा था वो संतोष गोयल का गोदाम है और सूत्र बताते हैं कि अक्सर वहा पर लोहे कटने जेसी आवाजे आती है 2 महिने में कई बार देर रात आइचर गाड़ियों में वहा पर लोहे आते थे । इसका मतलब साफ है की संतोष गोयल और अमित लंबे अर्से से अखलोरदीह के पास बने गोदाम में चोरी का लोहा काटने बेचने का कारोबार करते आए है । 

आरपीएफ क्षेत्र में इतनी बड़ी चोरी बिना आरपीएफ की संलिप्तता के होना संभव नहीं ?

जिस जगह से बड़ी बड़ी गाडियां लगा कर रेल पंतो की चोरी हुई है वो जगह ज्यादा चहल पहल वाला है यही नहीं आरपीएफ जवानों की गस्त अक्सर रहती है ऐसे में चोरी होना आरपीएफ के ड्यूटी ऑफिसर और पोस्ट प्रभारी पर एक सवालिया निशान लगाते हुए संलिप्ता की और इशारा कर रहा है । 

फिलहाल मामले में जांच चल रही पंचू भी जेल की चार दिवारी में है अमित गुप्ता को आरपीएफ रिमांड पर लाने की तैयारी कर रही है । कई और लोगो से मामले में पूछ ताछ कर रही । मामले जब्त आरोपी अमित गुप्ता के फोन कॉल से कई राज खुल सकते है , वही संतोष गोयल अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जल्द ही कई बड़े नामों का खुलासा होने की खबर है । 

 

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