MMI हॉस्पिटल रायपुर की लापरवाही ने ली मरीज की जान, मरीज को नहीं मिल सका डॉक्टर, जरूरी उपकरण।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित MMI अस्पताल पर एक महिला मरीज़ के परिजनों ने उसे जान से मारने का आरोप लगा है। हॉस्पिटल पर ये आरोप मृतक महिला मरीज़ भारती देवी के बेटे ओम खेमानी ने लगाया है। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल, महिला मरीज को MMI अस्पताल से हैदराबाद के लिए रेड एयर एंबुलेंस से रेफ़र किया गया था। लेकिन रास्ते में ही ऑक्सीजन मशीन ख़राब होने के कारण ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पाई और मरीज़ की मौत हो गयी। कहा जा रहा है कि मशीन ख़राब होने पर एयरलिफ़्ट के पहले बार बार मना किया गया, इसके बावजूद रेड एयर एंबुलेंस ने उड़ान भरी।
मृतक के भतीजे विनोद खेमानी ने कि एयर एम्बुलेंस के लिए छह लाख 11 हज़ार रुपये दिए थे और उससे पहले लगभग आठ लाख रुपये हॉस्पिटल में दे चुके हैं थे। महिला को दो सितंबर को एडमिट किया गया था। विनोद ने बताया कि उनकी चाची का निधन एयर एंबुलेंस में ही हो गया था। उन्होंने बताया कि जिस एयर एंबुलेंस से उनकी चाची को ले जाया जा रहा था, उसकी बुकिंग MMI हॉस्पिटल में बने रेड एंबुलेंस के दफ्तर में ही की गई थी। अस्पताल और एंबुलेंस सेवा देने वाली संस्था की लापरवाही से उनकी चाची की जान चली गई।
इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि उन्हें इस घटना का दुख है। इस पूरी घटना के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स और सिंधी समाज के प्रतिनिधियों से जानकारी मिली है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए डायरेक्टर, स्वास्थ्य सेवाओं को जांच के लिए निर्देश दे दिया गया है।