भिलाई चरौदा (जनमत)। भिलाई चरौदा सहित जिले भर से पी डी एस के चावल का एक बड़ा काला कारोबार चल रहा है जिसमें भिलाई चरोदा इन दिनों नंबर एक पर है सुत्र बताते है शासन के महती योजना के अनुसार गरीब परिवार को शासन से निशुल्क चावल देने योजना है , जिसे चावल तस्कर 20 से 22 रुपए की खरीदी कर चावलों को कार्ड धारक या कुछ कॉपरेटी से संपर्क कर खरीदी कर दुर्ग एवं चिखली बेनामी राइस मिल को बेचकर मुनाफा कमा रहे है। जबकि शासकीय चावल की बिक्री खरीदी अवैध है ऐसे में चावल की खरीदी का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है ।
सुत्र बताते हैं कि भिलाई चरौदा का गोलू नामक युवक जो तथाकथित अपने आप को बीजेपी युवा नेता बता कर कारोबार को अंजाम दे रहा है , वहीं अगर बात की जाए तो गतवा तालाब के पास एक घर में सारा पीडीएस चावल स्टोर कर बेचता है ,
पीडीएस खरीदी के लिए आधा दर्जन मोपेड एक्टिवा सवार?
तथाकथित बीजेपी युवा नेता ने चावल के कारोबार के लिए आधा दर्जन से अधिक युवाओं को चावल की लोडिंग अनलोडिंग के रखा हुआ है जो क्षेत्र में घूम घूम कर पीडीएस राशन दुकानों से चावल की खरीदी कर गोदाम में स्टोर करते है , जहां से सारा चावल राइस मिल के लिए भेजा जाता है ।
खाद्य विभाग की मिलीभगत ?
चावल की काला बाजारी रोकने शासन ने खाद्य विभाग की गठन की हुई है लेकिन खाद्य विभाग के निरीक्षक अधिकारियों की संलिप्ता के चलते पीडीएस चावल की कालाबाजारी फल फूल रही हैं, चावल के कारोबार पर अंकुश लगाने कई नेताओं ने अभी तक कई दफा शिकायत आवेदन जिलाधीश को दी है लेकिन कभी कार्यवाही नहीं होती है ।