गरियाबंद:- दुष्कर्म के मामले में फास्ट ट्रेक कोर्ट ने सुनाई दस साल कठोर करावास की सजा, साथ ही अर्थदंड
जिले के विशेष न्यायलय ने दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी टेमन कमार को दस साल कठोर कारावास की सजा दी है। आरोपी टेमन कमार पिता एहमत कमार ने 14 मई 2023 को पीड़िता के साथ दुष्कर्म के घटना को अंजाम दिया था। विचारण उपरांत 13 दिसम्बर को न्यायालय ने इस मामले में अपना फैसला सुनाया।
जानकारी के मुताबिक विगत 14 मई को पीड़िता जंगल के रास्ते समीप के गांव सप्ताहित बाजार में खरीदी करने बाजार गई थी, शाम वापस घर लौटने के दौरान आरोपी ने जंगल में रास्ता रोक दुष्कर्म किया और बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़िता की शिकायत पर पांडुका थाना में आरोपी टेमन कमार के विरूद्ध दुष्कर्म, रास्ता रोकने व जान से मारने की धमकी के तहत विभिन्न धाराओ में अपराध पंजीबद्ध किया गया। मामले की संपूर्ण विवेचना पश्चात् अभियोग पत्र न्यायालय के समक्ष विचारण हेतु भेजा गया।
उपरोक्त मामले में अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रेक विशेष न्यायालय गरियाबंद के न्यायाधीश यशवंत वासनीकर द्वारा प्रकरण में उपलब्ध साक्ष्य एवं दस्तावेजों के अवलोकन व प्राप्त निष्कर्षों के अनुरूप आरोपी टेमन कमार को घटना दिनांक, स्थान व समयावधि में पीड़िता का रास्ता रोक उसे सदोष अवरोध कारित कर उसकी सहमति एवं ईच्छा के बगैर उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित कर बलात्संग करना और पीड़िता को जान से मारने की धमकी देकर अपराधिक अभित्रास कारित किये जाने का दोषसिद्ध पाये जाने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत् 10 (दस) वर्ष का कठोर कारावास एवं एक हजार रूपयें का अर्थदंड, जान से मारने की धमकी धारा-506 भाग-दो के तहत् एक वर्ष का कठोर कारावास एवं एक हजार रूपये का अर्थदंड तथा रास्ता रोकने धारा-341 के तहत् एक माह का सादा कारावास एवं पांच सौ रूपए के अर्थदंड से दंडित किया गया। कारावास की सभी सजाएँ साथ चलेगी।
विशेष लोक अभियोजक हरि नारायण त्रिवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में अभियोजन की ओर अपने पक्ष समर्थन में कुल 08 साक्षियों का कथन कराया गया। इसके अलावा न्यायाधीश यशवंत वासनीकर द्वारा पीड़िता की मानसिक पीड़ा, घटना से होने वाले शारीरिक व मानसिक पीड़ा तथा उसके जीवन व मनोदशा पर पड़ने वाले मनोवैज्ञानिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए पीड़िता को चार लाख रूपये प्रतिकर दिलाये जाने हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर को आदेश अग्रेषित किया है।