दुर्ग भिलाई में आज भी चल रहे कई पैनल,, महादेव बुक का”” किंग”” कोई और,, पुलिस जांच में सामने आएगा महादेव बुक के बेताज “”बादशाह”” का नाम?
दुर्ग भिलाई (जनमत)। पूरे प्रदेश में जहा एक और बीते 2 वर्षों में सनसनी और सट्टा के अवैध ऑनलाइन कारोबार का जब से खुलासा हुआ है उसके बाद से ही महादेव बुक का कारोबार जोरो शोरों से चला रहा है । महादेव बूक आई डी एक ऑनलाइन इंलीगल सट्टा प्लेटफार्म है जहा से ऑनलाइन चलने वाले बेटिंग के कारोबार को संचालित कर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और राज गुप्ता ने अरबों रुपए की संपति जमा ली वही इस अवैध कारोबार के खिलाफ हुई कार्यवाही के बाद ऑनलाइन सट्टा पर गाज गिरी लेकिन इस कारोबार में जहा एक और पुलिस विभाग के कुछ कर्मचारियों के संलिप्त होने के साथ ही साथ कुछ बड़े अधिकारियों का नाम भी सामने आया लेकिन छोटे मोटे कर्मचारियों पर ही कार्यवाह हुई ।
जैसा की सौरभ चंद्राकर , रवि उप्पल एक मिडिल क्लास फैमिली से है वही आय के स्त्रोत के रूप में सौरभ ने जूस दुकान और रवि का एक छोटा मोटा बिजनेस था वही दोनों पर 10 से 15 लाख रुपए का कर्जा था । बावजूद इसके दोनों ने एक ऑनलाइन वेब साइट के माध्यम से यूजर इंटर फेस तैयार कर बूकि साइट बनाया जबकि एक बढ़िया वेब साइट या कोई आप बनाने में लाखो रूपये का खर्च आता है , दोनों के कोई बड़े नेटवर्क नहीं थे जिसके मदद से इन्हें लाखो रुपए कोई एक ऑनलाइन सट्टा एप या वेब बनाने के लिए दे सके ।
इस खेल का एक असली मास्टर माइंड आज भी इन दोनों पर लगे दाग की आड़ में छुपा हुआ , महादेव बूक का फाउंडर बनकर सामने आया शुभम सोनी भी इस खेल का सिर्फ मोहरा बनाया गया । अरबों रुपए संपति का बेताज बादशाह आज भिलाई में रहकर ही महादेव बूक को ऑपरेट कर रहा है ?
अलग अगल नामों से कई यूजर आईडी दुर्ग भिलाई में सक्रिय है , जिन पैनल को पकड़ा गया वो सिर्फ एक वेब साइट ओर लिंक थे यूजर आईडी का यूज कर धड़ल्ले से 1000 से अधिक महादेव यूजर आईडी अलग अलग राज्यों में सक्रिय भूमिका से चल रहे है ?
फिलहाल महादेव बूक की साइट पर आई पी एल के नाम पर अरबों रुपए का सट्टा रोजाना लगाया जा रहा है , बेन के नाम पर केंद्र सरकार ने महादेव बूक को तो बैन किया लेकिन बेन होने के बाद भी ऑनलाइन चलने वाला ये सट्टा धड़ल्ले से चल रहा है ।
फिलहाल महादेव बूक ग्रुप बहुत जल्द आई पी एल में लगे दावों और जीत की रकम को लेकर पार्टी करने की खबर सूत्रों में है जिसमें बड़े बड़े सट्टे बाज शामिल होने वाले है ?