अगले तीन दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में अगले तीन दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर और सरगुजा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। राजधानी रायपुर में सुबह से ही घने बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं बह रही हैं, जिससे मौसम सुहावना बना हुआ है।
तापमान में गिरावट, लेकिन अप्रैल के अंत में बढ़ेगी गर्मी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अप्रैल का पहला सप्ताह ठंडक भरा रहेगा, जिससे तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। हालांकि, सप्ताह के अंत तक मौसम साफ हो जाएगा, और अप्रैल के दूसरे सप्ताह से गर्मी का असर फिर बढ़ने लगेगा।
मौसम में बदलाव का कारण
दक्षिणी छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र तक बने चक्रवातीय दबाव के कारण प्रदेश के मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। इस प्रभाव के चलते अगले 3-4 दिनों तक ठंडा और सुहावना मौसम रहने की संभावना है।
इन जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने 2, 3 और 4 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है।
2 अप्रैल: सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, रायपुर, बलौदा बाजार, धमतरी, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, सुकमा, बीजापुर सहित अन्य जिले।
3 अप्रैल: कोरिया, मनेंद्रगढ़, बस्तर, कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर आदि जिले।
4 अप्रैल: बस्तर, कांकेर, नारायणपुर, सरगुजा, गरियाबंद, धमतरी सहित अन्य जिले।
तापमान अपडेट: दिन में राहत, लेकिन रातें सामान्य से गर्म
राज्य में तापमान की स्थिति कुछ इस प्रकार है:
रायपुर: 38.4°C (अधिकतम) | 24.2°C (न्यूनतम)
बिलासपुर: 37.4°C (अधिकतम) | 23.3°C (न्यूनतम)
अंबिकापुर: 34.8°C (अधिकतम) | 15°C (न्यूनतम, प्रदेश में सबसे कम)
जगदलपुर: 37.7°C (अधिकतम) | 24.7°C (न्यूनतम)
राजनांदगांव: 39.5°C (अधिकतम) | 22°C (न्यूनतम)
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अप्रैल के तीसरे और चौथे सप्ताह में लू (हीटवेव) की स्थिति बन सकती है, जिससे तापमान 4-5 डिग्री तक बढ़ सकता है। इसके चलते रात में भी गर्म हवाएं महसूस हो सकती हैं।
प्रशासन की अपील: सतर्क रहें, सुरक्षा का ध्यान रखें
मौसम के इस बदलाव को देखते हुए प्रशासन सतर्क है और नागरिकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से किसानों को ओलावृष्टि से फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की अपील की गई है।