छत्तीसगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग की बड़ी कार्रवाई, 6 सप्लायरों को ब्लैक लिस्ट में डाला गया
छत्तीसगढ़ के महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं के लिए भेजी गई सामग्रियों की गुणवत्ता पर उठे सवालों पर सख्त रुख अपनाते हुए 6 सप्लायरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। विभाग ने राज्य स्तरीय जांच समिति का गठन किया था, जिसने सभी जिलों में सामग्री की गुणवत्ता का भौतिक परीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट संचालनालय को सौंपी।
जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई
जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर दोषी प्रदायकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 6 सप्लायरों को जेम पोर्टल से ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। ये सप्लायर भविष्य में किसी भी प्रकार की सामग्रियों की शासकीय सप्लाई नहीं कर पाएंगे।
घटिया सामग्री वापस मंगाई गई
विभाग द्वारा इन सभी से घटिया सामग्रियों को वापस मंगाकर मानकों के अनुरूप सामग्री की आपूर्ति कराई गई है। विभाग ने वर्ष 2024-25 में कुल 23.44 करोड़ रुपये की सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी की थी, जिसमें गुणवत्ता हीन सामग्रियों का मामला सामने आया था।
राज्य स्तरीय जांच समिति की भूमिका
राज्य स्तरीय जांच समिति में संयुक्त संचालक (वित्त), सीएसआईडीसी और जीईसी रायपुर के तकनीकी प्रतिनिधि, संबंधित जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहायक संचालक (आईसीडीएस) और दो तकनीकी निरीक्षण एजेंसियों SGS इंडिया और IRCLASS सिस्टम्स के विशेषज्ञ शामिल थे [1].