7 वर्षों में बने नए आधार कार्डों की जांच से पता होगा, कौन बाहरी घुसपैठियां, सुत्र:–फर्जी तरीके से कई आधार बॉडर्र पर बनाए गए

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जनमत। जिस तरह से घुसपैठ कर रहने वाले बांग्लादेशी की तलाश की जा रही उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है रोहिंग्या मुसलमानों की जांच में देश व प्रदेश सरकार ने निर्देश देकर खदेड़ने अभियान चलाया है , जिसका जायदा तर असर पूरे देश ही नहीं भारत की राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिल रही है , डेरा बस्ती सहित झुग्गियों में पुलिस बल सहित भारत में रहने वालों बांग्लादेशी की जांच की जा रही है ।

सूत्रों के हवाले से ये भी खबर आ रही है कि बीते 7 वर्षों में बॉर्डर पार कर रोहंगिया मुसलमान फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनवा कर देश के अलग अलग कोने में अपनी पहचान छुपा कर रह रहे है , सूत्र बताते हैं कि बॉर्डर सहित कई राज्यों में मकान ठिकाना बता कर ये लोग फर्जी आधार कार्ड बनवा कर देश भर के कई राज्यों में शरण लिए हुए है ।

आधार की नई सिरे से जांच ओर सत्यापन है जरुरी वारिस तलाश से देश में निकल सकते है 1 करोड़ जायदा घुसपैठिए।

10 से 14 वर्ष पहले भारत में आधार सेवा शुरू हुई है जिसके बाद पूरे भारत में आधार कार्ड बने है जिनकी अब नवीनी करण की आवयश्कता है , क्योंकि लंबे समय से भारत के नागरिकों की वारिसान और आधार अपडेट नहीं हुआ है जिसका फायदा उठाकर रोहंगियो सहित बांग्लादेशी उठाकर रह रहे है ।

अगर भारत सरकार सहित प्रदेश सरकारें आधार की जांच करे तो लाखों की तादात में बाहरी घुसपैठियों की खोज खबर मिल सकती है । 

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