छत्तीसगढ़: अवैध प्रवासियों की जांच के लिए विशेष अभियान, 474 लोगों की जांच में 103 संदिग्धों के लिए फिंगरप्रिंट लिए गए
दुर्ग । छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान और उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए 28 मई 2025 को दुर्ग जिले में एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में दबिश देकर फैक्ट्रियों, लकड़ी मिलों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में किराए से रहने वालों की जांच की गई।
छावनी अनुविभाग:
ट्रांसपोर्ट नगर हथखोज और पुरैना क्षेत्रों में कुल 65 लोगों की जांच की गई, जिसमें 15 संदिग्धों के फिंगरप्रिंट लिए गए।
भिलाई नगर अनुविभाग:
कांट्रेक्टर कॉलोनी, पुरानी बस्ती, पांच रास्ता और आसपास के इलाकों में किराए पर रह रहे कुल 201 व्यक्तियों की जांच की गई। इन सभी की पहचान आस-पास के जिलों से होने की पुष्टि हुई और कोई संदिग्ध नहीं मिला। मकान मालिकों को निर्देश दिए गए कि वे किरायेदारों की पहचान और पूर्ण जानकारी संबंधित थाने को दें।
पाटन अनुविभाग:
थाना उतई क्षेत्र के ग्राम डुमरडीह, महकाकला में विजय पांडे की आरा मशीन, प्लाईवुड फैक्ट्री और जिंदल प्लाईवुड फैक्ट्री सहित थाना पाटन क्षेत्र के आरा मिल में कुल 208 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 88 लोगों के फिंगरप्रिंट लिए गए।
अभियान का निष्कर्ष:
इस संयुक्त अभियान में संबंधित थाना क्षेत्रों की पुलिस टीम और रक्षित केंद्र दुर्ग से भेजे गए बल के सहयोग से कुल 474 लोगों की जांच की गई, जिसमें 103 संदिग्धों के फिंगरप्रिंट लिए गए। अभियान जारी है और आगे भी ऐसी जांच की कार्रवाई जारी रहेगी।